फसल की स्थिति
नमस्कार किसान भाइयों वर्तमान की तारीख में, गन्ने की फसल बेहतरीन स्थिति में है। चलिए, इस पोस्ट में हम जानते हैं कि इस फसल में कौन सी वैरायटी है और इसके गुण और दोष क्या हैं। हम इस खेत के किसान से भी जानकारी लेंगे कि यह खेत किसका है।
गन्ने की वैरायटी
यह वैरायटी कोयंबट गन्ना संस्थान की प्रसिद्ध सीओ 1115 है। यह वैरायटी काफी चर्चित रही है और पिछले वर्ष भी इसकी चर्चा हुई थी। अब वह दूरी बताएं जिस पर आपने बुवाई की है। रोहित जी जवाब देते हैं कि इसमें 5 फीट की दूरी है।
बुवाई का समय और प्रक्रिया
गन्ने की बुवाई अक्टूबर को की गई थी। रोहित जी बताते हैं कि इसकी बुवाई सिंगल बड यानी एक-एक आंख के टुकड़ों से की गई थी। इसके लिए उन्होंने डेढ़ से दो फीट की दूरी रखी थी। हर किसान भाई मेहनत करता है अपने खेत में उर्वरक, फर्टिलाइजर, और कीटनाशक का प्रबंध अच्छे से करता है।
बुवाई के बाद की स्थिति
बुवाई के बाद बारिश और अन्य जलवायु परिस्थितियों का खास ख्याल रखा गया। वहीं, बीमारी की स्थिति के बारे में बात करते हुए वह कहते हैं कि जून से बारिश होती है, जिससे खासकर रोगों का प्रकोप बढ़ता है। उन्होंने सीटीपी आर साल्ट और ली प्रो जीएसपी क्रॉप साइंस का प्रयोग किया था।
उर्वरक का उपयोग
गन्ने की फसल के लिए उन्होंने फर्टिलाइजर का उपयोग तीन बार किया है। रोहित जी बताते हैं कि उन्होंने यूरिया, डीएपी और सल्फर का प्रयोग किया। इन सबके सही समय पर उपयोग से फसल की स्थिति बेहतरीन बनती है।
फसल
आगे चर्चा करते हुए, रोहित जी ने कहा कि एक संदर्भ में, एक बुड से 5 से 8 गन्ने उगाने में सफल रहे हैं। वह बताते हैं कि फसल की पत्तियाँ हरी-भरी हैं और गिरने की समस्या को रोकना मुश्किल है, लेकिन सही देखभाल से यह संभव है।
समस्या और समाधान
बिना सही लागत के एक अच्छी फसल नहीं हो सकती। हालांकि, अगर लागत सही ढंग से दी जाए, तो अच्छी फसल उगाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि इस साल फसल की स्थिति मजबूत है और सभी आवश्यक सावधानियाँ बरती गई हैं।
किसान भाइयों, गन्ने की खेती के बारे में रोहित चौधरी से मिली जानकारी निश्चित रूप से उपयोगी रही होगी। उन्होंने अपनी मेहनत और देखभाल से इस गन्ने के खेत को बेहतरीन स्थिति में लाने में कामयाबी हासिल की है।